- Anirudh Surya on his Role in Kanneda: "It Reminded Me of Mahesh Manjrekar in Kaante, but with a Lot More Play"
- Manushi Chhillar’s Wise Words on Passion, Perseverance, and Practicality
- शोबिज़ का सपना? मानुषी छिल्लर के समझदारी भरे विचार—जुनून, धैर्य और व्यावहारिकता पर जोर
- Viineet Kumar Siingh Dedicates His Big Win To Fans, Says 'This Award Belongs To Each and Every One of You'
- विनीत कुमार सिंह ने अपनी बड़ी जीत प्रशंसकों को समर्पित की, कहा – 'यह पुरस्कार आप सभी का है'
व्हाइट आइल से पॉलिश कर चमका रहे थे काली मिर्च को

इंदौर. जिले में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह के निर्देशन में मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत मिलावटखोरों के विरूद्ध अभियान जारी है. अभियान के अंतर्गत आज इंदौर जिले के महू तहसील के ग्राम पानदा स्थित बालाजी ट्रेडिंग के विरूद्ध छापामार कार्यवाही की गई. यहां से 46 लाख रुपए से अधिक का सामान जप्त किया गया. संस्थान को सील कर दिया गया है.
मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत आज इंदौर जिले के महू तहसील के ग्राम पानदा स्थित बालाजी ट्रेडिंग के विरूद्ध छापामार कार्यवाही की गई. इस संस्थान में आकस्मिक जांच के दौरान मिलावट, अन्य अनियमिताएं और नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर साढ़े 46 लाख रूपये से अधिक मूल्य की काली मिर्च, मैदा, व्हाईट ऑयल, मेज स्टार्च, खोपरा बुरा तथा शक्कर पाउडर जप्त किया गया. इस संस्थान के संचालक दीपक पाहुजा है.
उक्त कार्यवाही अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर के निर्देशन में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई. यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. बताया जाता है कि काली मिर्च में चमक लाने के लिए व्हाइट ऑइल की पॉलिश की जाती थी. इस तेल का उपयोग पेड़-पौधों के कीड़े-मकोड़े मारने के लिए छिड़काव के लिए किया जाता है. खाद्य पदार्थों में प्रतिबंधित होने के बावजूद इसका उपयोग किया जा रहा था. कारखाना संचालक दीपक पाहुजा कार्रवाई के दौरान मौजूद था.
यहां से व्हाइट ऑइल भी जब्त किया गया, जिसकी कीमत 24 हजार रुपये बताई जा रही है. करीब 30 हजार रुपये का शकर पाउडर भी मिला है. इसके अलावा यलो डेक्सट्रिंस, मैदा और मैज स्टॉर्च भी जब्त किया गया है. अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर ने बताया कि कारखाने से विभिन्न सामान के 19 नमूने जांच में लिए गए हैं। कारखाने को सील कर दिया गया है. यहां सच्चा मोती, डायमंड, ए-1 और ब्लैक बोर्ड नाम से काली मिर्च बेची जाती थी.